क्या है ऑनलाइन गैंबलिंग और क्यों बढ़ती जा रही है इसकी लोकप्रियता, यहां जानें हर सवाल का जवाब!

पिछले कुछ समय से ऑनलाइन गैंबलिंग साइट्स (Online Gambling Site) और ऑनलाइन गेमिंग (Online Gaming) का चलन काफी तेज़ी से बढ़ गया है. आइए जानते हैं क्या ऑनलाइन गैंबलिंग भारत में क्यों बढ़ती जा रही है इसकी लोकप्रियता।

4G नेटवर्क के भारत में आने के बाद से मोबाइल और इंटरनेट का इस्तेमाल बहुत तेजी से बढ़ गया है।  रोज़ाना करोड़ों भारतीय मोबाइल के माध्यम से एक दूसरे से कनेक्ट होते है। इंटरनेट ने भारतीयों को कई ऑनलाइन प्लेटफॉर्म तक पहुंचने में मदद की है जो पहले सभी के लिए आसान नहीं था। इन्हीं में से एक है ऑनलाइन गैंबलिंग यानि ऑनलाइन जुआ। एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 40 फीसदी इंटरनेट यूजर्स ऑनलाइन गैंबलिंग खेलते हैं और अगर ऐसा ही चलता रहा तो हम बहुत जल्द इस मामले में यूके को पीछे छोड़ देंगे। लेकिन ऑनलाइन गैंबलिंग या ऑनलाइन जुआ क्या है और इसका क्रेज क्यों तेजी से बढ़ रहा है, आइए जानते हैं इन सवालों के जवाब।

क्या होता है ऑनलाइन गैंबलिंग?

आम तौर पर, ऑनलाइन जुए या गैंबलिंग का मतलब दांव लगाने और पैसे कमाने के लिए इंटरनेट का उपयोग होता है। यह एक लैंड बेस्ड कैसीनो की तरह ही होता है, लेकिन अंतर बस इतना है कि ये वर्चुअल तरीके से खेला जाता है। इस तरह के कैसीनो में पोकर, स्पोर्ट गेम, कैसिनो गेम आदि शामिल हैं।  भारत में ‘तीन पत्ती ऑनलाइन‘ और ‘रमी’ सबसे खेला जाने वाला ऑनलाइन गैंबलिंग गेम हैं। ऑनलाइन पेमेंट मोड जैसे क्रेडिट, डेबिट कार्ड, इंटरनेट बैंकिंग या यूपीआई के माध्यम से प्लेयर्स दांव लगाते हैं। एक बार दांव लगाने के बाद जीतने या हारने वाला अपने हिसाब से पेमेंट करता है।

ऑनलाइन गेमिंग और ऑनलाइन गैंबलिंग में क्या अंतर है ?

ऑनलाइन गेमिंग और ऑनलाइन गैंबलिंग के बीच रत्ती भर का फ़र्क़ होता है। ऑनलाइन गेमिंग मजेदार है जिसके जरिए आप अपने दोस्तों के साथ अच्छा समय व्यतीत कर सकते हैं। हालांकि ऑनलाइन गैंबलिंग में खिलाड़ियों के बीच पैसों का लेन देन होता है और एक-दूसरे के खिलाफ पैसे का दांव लगाया जाता है। ऑनलाइन गेम ज्यादातर फ्री होते हैं और खेलने के लिए किसी भी तरह की धनराशि की आवश्यकता नहीं है जबकि ऑनलाइन गैंबलिंग के लिए प्लेयर्स को पहले पैसों की शर्त लगाने का मौका मिलता और फिर खेल खेलना होता है।

क्या भारत में ऑनलाइन गैंबलिंग गेम लीगल है?

भारत में ऑनलाइन गैंबलिंग पर बने कानून बहुत ही ज़्यादा कन्फ्यूज करने वाले होते है। इसका प्रमुख कारण  ‘स्किल गेम्स’ और ‘चांस गेम’ के बीच का स्पष्ट अंतर है। अगर भारतीय को बारीकी से देखें तो चांस गेम पर सट्टेबाजी अवैध है जबकि स्किल के खेल पर दांव लगाना पूरी तरह से कानूनी है।  अब यह तय कर पाना करना बहुत ही मुश्किल है कि कौन सा खेल चांस का है या फिर कौन सा खेल स्किल की कैटेगरी में आता है।

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